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C programming in Vedas

C programming in Vedas

C एक मध्यमवर्गीय भाषा हैं अर्थात यंत्र के संबंंधित भाषा को उच्चतम भाषा में बदल सकते हैं यही सी का मुख्य उद्देश्य है 

वेद में कैसे सी भाषा हो सकता हैं?
अब खुद के मन में विचार आये होगा आखिर कार वेद में ऐसा क्या है?

इसका उत्तर निकालने हेतु हम इसे ही तीन भागों में बढ़ देंगे।
१) भाषाज्ञान 
२) व्याकरण ज्ञान
३) वेद ज्ञान

भाषा ज्ञान समझने हेतु एक व्याकरण उससे ही भाषा का नियम वा syntax कहते हैं अब 
आप के प्रश्न हो सकता है संस्कृत भाषा ही क्यों
संस्कृत भाषा में एक द्वि तथा तीन पद होता हैं इसके एक भाषा के आधार तथा दत्त  सामग्री को data कहते हैं पहले यांत्रिक भाषा में द्विसंख्यात्मक अर्थात binary अंक निर्देशित करते हैं दुसरा अक्षरात्मक हैं इसे लोप आगम वा आदेश के अनुसार मानते हैं इसमें अक्षर का उत्पत्ति संधान ही मूल हैं लेकिन संख्या नियम में एक ही क्रिया को कही बार दौरान एक विधि नियम है यही उसकी मूल हैं ऐसा करने का कार्य को कंप्यूटर में  loop कहते हैं ये हो गया भाषा विज्ञान इसे पहले नियमक रूप मानते हैं इसके कारण एकान्तिक वा अनेकान्तिक निर्देशित क्रिया होती है। आजकल इतना ही धन्यवाद अगर अच्छा लगा तो शेयर जरुर करे धन्यवाद हर हर महादेव 🙏

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